यूनीसेफ की सहयोगी फाउंडेशन टीम ने किया आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण -यूनीसेफ की सहयोग से संचालित हो रही है शालापूर्व शिक्षा
यूनीसेफ की सहयोगी फाउंडेशन टीम ने किया आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण
-यूनीसेफ की सहयोग से संचालित हो रही है शालापूर्व शिक्षा
चौहटन- यूनीसेफ के अंतर्गत प्रारंभ फाउंडेशन की चार सदस्यीय टीम ने बुधवार को खारिया राठौड़ान आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। टीम ने बच्चों की उपस्थिति, गर्भवती- धात्री, कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की नियमित जाँच के बारे में संपूर्ण जानकारी ली।
इस दौरान उपस्थिति पंजिका और पोषाहार वितरण, बच्चों के वजन रजिस्टर, ग्रोथ चार्ट को बारीकी से जाँचा गया। इसी दौरान नन्हे मुन्ने बच्चों ने प्रार्थना, भावगीत, शारीरिक विकास की गतिविधि, कमरे के अंदर व बाहर के खेल, रस्सी का खेल, गेंद से खेल, थर्माकोल व वेस्ट पदार्थों से बने सृजनात्मक कार्यों की भी जाँच की गई। इस दौरान टीम में शामिल सहायक समन्यवक विजय शर्मा, एजुकेशन विभाग के अख्तर हुसैन, डाइट डूंगरपुर के दिलीप शर्मा ने आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र खारिया राठौड़ान में बच्चों से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान कार्यकर्ता कविता पंवार, सहायिका कांता मेघवाल से समस्त गतिविधियों व भौतिक संसाधनों के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इसके अलावा महिलाओं से भी समय पर टीकाकरण की सुविधाएं व पोषाहार सामग्री मिलने की बात पूछी। टीम ने कार्यकर्ता कविता से आंगनवाड़ी केंद्रों पर आ रही समस्याओं को भी नोट किया।
गौरतलब है कि समेकित बाल विकास विभाग को यूनीसेफ के वितीय सहयोग से आंगनवाड़ी केंद्रों पर छोटे बच्चों को शालापूर्व शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है। प्रदेश में यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से ईसीसीई पाठ्यक्रम तैयार कराया गया है। जिसमें विभाग की ओर से गतिविधि पुस्तिका, वर्कबुक तैयार किए गए हैं। इनमें आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की शाला पूर्व शिक्षा के लिए गतिविधियों का संकलन, गतिविधि पुस्तिका, बच्चे के सीखने की प्रगति का आंकलन आदि कार्य करवाये जा रहे है।
-यूनीसेफ की सहयोग से संचालित हो रही है शालापूर्व शिक्षा
चौहटन- यूनीसेफ के अंतर्गत प्रारंभ फाउंडेशन की चार सदस्यीय टीम ने बुधवार को खारिया राठौड़ान आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। टीम ने बच्चों की उपस्थिति, गर्भवती- धात्री, कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की नियमित जाँच के बारे में संपूर्ण जानकारी ली।
इस दौरान उपस्थिति पंजिका और पोषाहार वितरण, बच्चों के वजन रजिस्टर, ग्रोथ चार्ट को बारीकी से जाँचा गया। इसी दौरान नन्हे मुन्ने बच्चों ने प्रार्थना, भावगीत, शारीरिक विकास की गतिविधि, कमरे के अंदर व बाहर के खेल, रस्सी का खेल, गेंद से खेल, थर्माकोल व वेस्ट पदार्थों से बने सृजनात्मक कार्यों की भी जाँच की गई। इस दौरान टीम में शामिल सहायक समन्यवक विजय शर्मा, एजुकेशन विभाग के अख्तर हुसैन, डाइट डूंगरपुर के दिलीप शर्मा ने आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र खारिया राठौड़ान में बच्चों से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान कार्यकर्ता कविता पंवार, सहायिका कांता मेघवाल से समस्त गतिविधियों व भौतिक संसाधनों के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इसके अलावा महिलाओं से भी समय पर टीकाकरण की सुविधाएं व पोषाहार सामग्री मिलने की बात पूछी। टीम ने कार्यकर्ता कविता से आंगनवाड़ी केंद्रों पर आ रही समस्याओं को भी नोट किया।
गौरतलब है कि समेकित बाल विकास विभाग को यूनीसेफ के वितीय सहयोग से आंगनवाड़ी केंद्रों पर छोटे बच्चों को शालापूर्व शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है। प्रदेश में यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से ईसीसीई पाठ्यक्रम तैयार कराया गया है। जिसमें विभाग की ओर से गतिविधि पुस्तिका, वर्कबुक तैयार किए गए हैं। इनमें आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की शाला पूर्व शिक्षा के लिए गतिविधियों का संकलन, गतिविधि पुस्तिका, बच्चे के सीखने की प्रगति का आंकलन आदि कार्य करवाये जा रहे है।
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